ग्रामीण डॉक्टर कैसे बने? आज के दौर में भी ग्रामीण इलाकों में अच्छे डॉक्टर की बहुत कमी है .यहां आज भी कई ऐसी बीमारियों से लोगों की मौत हो जाती है जो की जानलेवा नहीं है। पर ऐसा क्यों है?
ग्रामीण इलाकों में डॉक्टर काम नहीं करना चाहते हैं क्योंकि यहां पर ग्रोथ के चांसेस कम होते हैं और साथ में ही कमाई भी कम होती है इसी वजह से बड़े डॉक्टर शहर और शहरी इलाकों में रहना और प्रेक्टिस करना पसंद करते हैं और शहरी इलाके ग्रामीण इलाकों से कई दूर होते हैं तो ऐसे cases में किया जाए।
तो इस समस्या का निवारण करने के लिए हमारी सरकार ने कुछ कोर्सेज को लांच किया जिसको सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र के अभ्यर्थी ही कर सकते हैं इसके बाद वह ग्रामीण इलाके में ग्रामीण डॉक्टर बनकर काम कर सकते हैं। (ग्रामीण डॉक्टर कैसे बने?)
यह कोर्सेज 3.5 साल के होते हैं इसके बाद अभ्यर्थी अपना क्लीनिक खोल सकते हैं या फिर किसी अस्पताल में as a ग्रामीण डॉक्टर काम कर सकते हैं।
Gramin Doctor क्या होता है?
gramin डॉक्टर एक वह डॉक्टर होता है जो ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है और उनका इलाज कर उनको तंदुरुस्त बनाता है।
इन डॉक्टरों का काम ग्रामीण छेत्रों में चिकित्सा, निदान, उपचार और स्वास्थ्य सम्बंधित परामर्श की सेवाएँ प्रदान करना होता है।
ग्रामीण डॉक्टर अक्सर जो है स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों या फिर गांवों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में काम करते हैं, जहां उन्हें ग्रामीण आबादी के लिए सेवाओं का प्रबंधन करना होता है।
Gramin doctor banne ke liye courses (Courses for becoming gramin doctor)
Bachelor of rural medicine and surgery (BRMS)
ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर डॉक्टर practice नहीं करना चाहते हैं। उनका कहना होता है के वहां उन्हें तरक्की नहीं मिलेगी। तो ऐसे में सरकार ने उन्हें लुभाने के लिए कुछ incentives देना शुरू किया ऐसे दूरदराज़ के इलाकों के लिए।
दूरदराज के इलाकों में प्रैक्टिस करने के लिए डॉक्टरों को लुभाने में प्रोत्साहन (incentives) विफल होने के बाद, स्वास्थ्य मंत्रालय ने ग्रामीण इलाकों में स्थापित संस्थानों में चिकित्सा और सर्जरी में 3.5 साल के डिग्री पाठ्यक्रम शुरू की और MCI के साथ मिलकर नई योजना को अंतिम रूप दिया।
योजना के तहत, स्नातक ‘Bachelor of Rural Medicine and Surgery’ (BRMS) की डिग्री दो चरणों में और दो अलग-अलग स्तरों पर हासिल की जा सकती है –
- सामुदायिक स्वास्थ्य सुविधा (डेढ़ वर्ष की अवधि)
- और उप-विभागीय अस्पताल (माध्यमिक स्तर के अस्पताल) दो साल की अतिरिक्त अवधि के लिए।
Bachelor of Science in community health
ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए सरकार ने 2013 में एक नए मेडिकल कोर्स की शुरुआत की जिसे B.Sc in community health (Bachelor of science in community health) के नाम से जाना जाता है,
इस कोर्स को करने के बाद आप ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल में कार्य कर सकते हैं। ये कोर्स तीन वर्ष छह महीने का होता है, इस कोर्स की पढ़ाई के लिए ज़िला के अस्पताल को मेडिकल कॉलेज के तौर पर बनाया गया। जिसमें कोर्स करने वाले उमीदवारों को पढ़ाया जाता है।
BSc in Community Medicine
2013 में सरकार ने कई कोर्सेज ग्रामीणों के लिए लांच किये इसका कई डॉक्टर ने विरोध भी किया लेकिन डॉक्टरों के विरोध के बावजूद सरकार ने इन कोर्सेज को लांच किया जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की देखभाल और स्वस्थ को बेहतर किया जा सके।
3 वर्षीय बीएससी (कम्युनिटी मेडिसिन) डिग्री प्राप्त करना यह एक नया तरीका है जो भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया है। बीएससी (कम्युनिटी मेडिसिन) डिग्री के लिए, आपको 12वीं कक्षा में भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और अंग्रेजी विषयों में कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके बाद, आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना होगा। बीएससी (कम्युनिटी मेडिसिन) डिग्री प्राप्त करने में लगभग 3 वर्ष लगते हैं।
डॉक्टर डिप्लोमा कोर्स
ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए उपलब्ध अन्य courses में निम्नलिखित मुख्य नाम आते हैं –
- CMS Ed
- DRHC
- CCH
- DHP

ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए योग्यता
Gramin doctor banne ke liye काफी योग्यताएं रखी गई हैं जिसमें शैक्षिक योग्यता और minimum marks शामिल हैं।
- Gramin doctor बनने के लिए उमीदवार का 12वीं कक्षा किसी मान्यता प्राप्त विश्विधायालय से पास होना आवयशक।
- और साथ ही 12वीं कक्षा में physics, chemistry, biology और english होना आव्यशक है।
- 12वीं कक्षा में न्यूनतम 50% अंक होना आव्यशक है।
- ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को ही ग्रामीण चिकित्सा पाठ्यक्रम में प्रवेश मिलता है।
- भारत का नागरिक होना आवयश्क है। और बहुत सी जगह तो ग्रामीण निवासी होना भी एक आवयशकता है।
ग्रामीण डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है ?
ग्रामीण डॉक्टर जिसके पास 3.5 साल या उससे कम वर्ष की डिग्री या diploma हो। उनको मिलने वाली सैलरी लगभग 3.2 lakhs/annum हो सकती है। यानि 25 से 30 हज़ार महीना के बीच हो सकती है।
सैलरी सबसे ज्यादा experience पर निर्भर करती है। जैसे जैसे experience बढ़ता जाता है उसके साथ सैलरी भी बढ़ती जाती है।
यह वेतन मेडिकल डिग्री (एमबीबीएस) वाले ग्रामीण डॉक्टर के औसत वेतन से कम होता है। हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बी.एससी. सामुदायिक स्वास्थ्य में डिग्री एक छोटी और कम खर्चीली डिग्री है। तो इसलिए इसकी सैलरी भी कम होती है मगर इसकी मांग बहुत ज्यादा है।
ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए क्या प्रोसेस होता है? (ग्रामीण डॉक्टर कैसे बने)
- ग्रामीण डॉक्टर होने के लिए उम्मीदवार 12वीं कक्षा सबसे पहले पास करें।
- उसके बाद उम्मीदवार को mic द्वारा आयोजित एक परीक्षा देनी होगी।
- जिसको सफलतापूर्वक पास करने वाले उमीदवार को 3.5 वर्षीय bsc in community health प्रोग्राम में एडमिशन दिया जाएगा।
- जब उमीदवार ये कोर्स कर डिग्री हासिल कर लेगा तब जाके वह ग्रामीण डॉक्टर बन पाएगा।
निष्कर्ष: ग्रामीण डॉक्टर कैसे बने
हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा आर्टिकल ग्रामीण डॉक्टर कैसे बने बहुत पसंद आया होगा। इसमें हमने बात की के आपको ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए सबसे पहले 12वीं कक्षा पास करनी होगी। और उसके बाद आप आपको 3.5 साल की डिग्री हासिल करनी होगी जिसके बाद आप ग्रामीण डॉक्टर बन जाएंगे।
अगर आपको अभी भी कोई समस्या है gramin doctor banne से related तो हमें नीचे comment करें। हम जल्द ही आपकी समस्या का जबाब देंगे।